झोपड़ी भी इतनी सुंदर बना रखी थी कि देखते ही मन मोह ले। झोपड़ी भी इतनी सुंदर बना रखी थी कि देखते ही मन मोह ले।
जिसे अपनाने में आपको हर्ज़ नहीं हुआ तो मुझे कैसे? ये गुलाब नहीं कमल है कमल” जिसे अपनाने में आपको हर्ज़ नहीं हुआ तो मुझे कैसे? ये गुलाब नहीं कमल है कमल”
मन कमल की तरह खिल जाए ? फिर मैं लल्ली के साथ खेल सकूँ। मन कमल की तरह खिल जाए ? फिर मैं लल्ली के साथ खेल सकूँ।
रूचि ने अपनी नई कामवाली पर तरस खाकर उसे खाना-कपडा दिया, पर उसने तो काम को ही परे कर दिय रूचि ने अपनी नई कामवाली पर तरस खाकर उसे खाना-कपडा दिया, पर उसने तो काम को ही परे...
भूखे पेट...कीचड़ में कमल नहीं, मुझे धान की बालियाँ लुभाती है।” भूखे पेट...कीचड़ में कमल नहीं, मुझे धान की बालियाँ लुभाती है।”
ये सोच कर की अब इसे कभी नहीं बताऊंगी की मेहमान कब आ रहे है कब जा रहे है।। ये सोच कर की अब इसे कभी नहीं बताऊंगी की मेहमान कब आ रहे है कब जा रहे है।।